वयस्कों के लिये वित्तीय शिक्षा कार्यक्रम (एफइपीए)
वयस्कों के लिये वित्तीय शिक्षा कार्यक्रम (एफइपीए) एनएसएफई द्वारा वर्ष 2019 में शुरू किया गया था। एफइपीए एक वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम है जिसे वयस्क आबादी जैसे किसानों, महिला समूहों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, स्वयं सहायता समूहों, संगठन के कर्मचारियों, कौशल विकास प्रशिक्षुओं आदि के बीच वित्तीय जागरूकता को प्रसारित करने के लिए तैयार और कार्यान्वित किया गया है। यह कार्यक्रम वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय रणनीति के लक्ष्यों के अनुरूप आयोजित किया जाता है और इस कार्यक्रम के दौरान विशेष केंद्रित जिलों (एसएफडी) पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। एनएसएफई द्वारा हर साल 5,000 से अधिक एफइपीए आयोजित किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम के द्वारा “वित्तीय रूप से जागरूक और सशक्त भारत” के हमारे लक्ष्य में काफी योदान मिलने की उम्मीद है।
एफइपीए की मुख्य विशेषताएं
उद्देश्य
वित्तीय जागरूकता पैदा करने की दिशा में यह समाज के वित्तीय रूप से बहिष्कृत वर्गों में वित्तीय सेवाओं और उत्पादों का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए विश्वास पैदा करेगा जिससे औपचारिक वित्तीय क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगों को शामिल किया जा सके।
लक्षित समूह
वयस्क आबादी जैसे विभिन्न संगठनों के कर्मचारी, SHG सदस्य, किसान और ग्रामीण लोग, महिला समूह, घरेलू लोग,एमजीएनआरईजीए कार्डधारक, बलों के कर्मी या समाज के आर्थिक रूप से बहिष्कृत वर्ग के अन्य कोई भी वर्ग।
नि: शुल्क
यह कार्यशाला नि: शुल्क आयोजित की जाएगी और प्रतिभागियों से कोई पैसा एकत्र नहीं किया जाएगा। एनसीएफई निशुल्क सामग्री उपलब्ध कराएगा।
प्रशिक्षक
एनसीएफई के पास पूरे भारत में एफइपीए कार्यशालाएं आयोजित करने के लिए वित्तीय शिक्षा प्रशिक्षकों का एक नेटवर्क है।
विषय-वस्तु
एनसीएफई ने एफइपीए के लिए एक वित्तीय शिक्षा सामग्री विकसित की है जो विशेष रूप से समाज की वयस्क आबादी के लिए तैयार की गयी है। विषय इस प्रकार हैं: आय, व्यय और बजट, बचत, बैंकिंग, क्रेडिट और डेबिट प्रबंधन, डिजिटल लेनदेन, बीमा, निवेश, सेवानिवृत्ति और पेंशन, सरकार की वित्तीय समावेशन योजनाएं, धोखाधड़ी से सुरक्षा- पोंजी योजनाओं और अपंजीकृत निवेश सलाहकारों से सावधानी और शिकायत निवारण ।